अर्थात उनके साथ पूर्ववत व्यवहारिक अपेक्षा नहीं रखी जा सकती। अर्थात उनके साथ पूर्ववत व्यवहारिक अपेक्षा नहीं रखी जा सकती।
बार बार भय नये सवाल के रूप में सामने आकर उसे ओर ज्यादा भयभीत कर रहा था। बार बार भय नये सवाल के रूप में सामने आकर उसे ओर ज्यादा भयभीत कर रहा था।
वो कभी किसी को बता ही नहीं पाई कि सारी सुख- सुविधाएँ तथा सम्पन्नता होने के बाद भी मन का वो कभी किसी को बता ही नहीं पाई कि सारी सुख- सुविधाएँ तथा सम्पन्नता होने के बाद भ...
पता नहीं मैंने मदद उसकी की या अपनी। मन को अजीब सा सुकून मिला उसे खाना दिलाकर।" पता नहीं मैंने मदद उसकी की या अपनी। मन को अजीब सा सुकून मिला उसे खाना दिलाकर।"
आंटी आप एक दिन शाम को आप मेरे घर आओ पापा हैण्डलूम का काम करते हैं।हो सकता है वो आपकी मद आंटी आप एक दिन शाम को आप मेरे घर आओ पापा हैण्डलूम का काम करते हैं।हो सकता है वो ...
एक आदमी के जीवन मे एक दुखद घटना के बाद आये बदलाव की कहानी। कैसे समय तेजी से चाल बदलता है, इसी को बता... एक आदमी के जीवन मे एक दुखद घटना के बाद आये बदलाव की कहानी। कैसे समय तेजी से चाल ...